नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में महिलाओं के जीवन में क्रांतिकारी बदलाव लाने वाली लाड़ली बहना योजना (Ladki Bahin Yojana) एक बार फिर सुर्खियों में है। करोड़ों महिलाओं को सशक्त बनाने वाली इस योजना की 18वीं किस्त का इंतजार खत्म होने वाला है।
राज्य सरकार ने इस बात की आधिकारिक पुष्टि कर दी है कि 10 नवंबर 2025 को ₹1250 की यह राशि, जो अब आर्थिक संबल का पर्याय बन चुकी है, सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में DBT (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर) के माध्यम से भेजी जाएगी।
यह योजना न केवल वित्तीय सहायता प्रदान करती है, बल्कि इसने ग्रामीण और शहरी महिलाओं के बीच एक नया आत्मविश्वास जगाया है। इस विस्तृत रिपोर्ट में, हम 18वीं किस्त के नवीनतम अपडेट, भुगतान अटकने के कारण, अनिवार्य KYC प्रक्रिया, और समाज पर इस योजना के दीर्घकालिक प्रभाव का गहन विश्लेषण करेंगे।
18वीं किस्त का भुगतान: तारीख और प्रक्रिया का विवरण
करोड़ों महिलाओं के लिए, हर महीने की 10 तारीख अब एक त्योहार जैसी हो गई है। लाड़ली बहना योजना की किस्त का समय पर आना वित्तीय नियोजन (Financial Planning) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
| विवरण | स्थिति/जानकारी |
| किस्त संख्या | 18वीं |
| भुगतान तिथि | 10 नवंबर 2025 |
| भुगतान राशि | ₹1250 प्रति लाभार्थी |
| भुगतान माध्यम | डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) |
| आवश्यकता | बैंक खाते का आधार सीडिंग (Aadhaar Seeding) अनिवार्य |
भुगतान में देरी या विफलता के प्रमुख कारण
अगर 10 तारीख को आपका भुगतान नहीं आता है, तो घबराएं नहीं। लाड़ली बहना योजना स्टेटस तुरंत चेक करें। देरी के तीन मुख्य कारण हो सकते हैं:
- आधार सीडिंग की कमी: बैंक खाते का आधार से लिंक न होना (यह सबसे आम समस्या है)।
- समग्र e-KYC अपूर्णता: समग्र आई.डी. और आधार का e-KYC पूरा न होना।
- बैंक खाता निष्क्रिय (Dormant): लंबे समय तक लेनदेन न होने के कारण बैंक द्वारा खाते को फ्रीज कर देना।
Ladki Bahin Yojana Status Check: अपना भुगतान स्टेटस कैसे जानें?
पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सरकार ने स्टेटस चेक करने की प्रक्रिया को बहुत आसान बना दिया है।
- आधिकारिक पोर्टल एक्सेस करें: योजना की आधिकारिक वेबसाइट (murlby.mp.gov.in) पर जाएं।
- “भुगतान स्थिति” पर जाएं: होम पेज पर “आवेदन एवं भुगतान की स्थिति” टैब को ढूंढें और क्लिक करें।
- OTP के साथ लॉगिन: अपना लाड़ली बहना आवेदन क्रमांक या सदस्य समग्र आई.डी. दर्ज करें और रजिस्टर्ड मोबाइल पर प्राप्त OTP से सत्यापन करें।
- किस्त का इतिहास देखें: यहाँ आपको 18वीं किस्त की स्थिति के साथ-साथ पिछली सभी 17 किस्तों के भुगतान का पूरा इतिहास (Transaction History) दिख जाएगा।

लाड़ली बहना योजना KYC अनिवार्य: क्यों आधार लिंकिंग है जरूरी?
लाड़ली बहना योजना KYC (नो योर कस्टमर) प्रक्रिया को पूरा करना महज एक औपचारिकता नहीं, बल्कि योजना का लाभ लेने की पहली शर्त है। DBT प्रणाली में, भुगतान आधार नंबर के माध्यम से होता है, न कि केवल बैंक खाता संख्या के माध्यम से।
- DBT का महत्व: DBT यह सुनिश्चित करता है कि पैसा सीधे सही लाभार्थी तक पहुंचे, जिससे रिसाव (Leakage) और भ्रष्टाचार की गुंजाइश खत्म हो जाती है।
- e-KYC प्रक्रिया: महिलाओं को अपनी समग्र आई.डी. को आधार से लिंक (e-KYC) कराना होता है।1 यह प्रक्रिया ग्राम पंचायत, वार्ड कार्यालय या CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) पर मुफ्त में की जा सकती है।
- बैंक खाते में सीडिंग: सबसे महत्वपूर्ण, बैंक को लिखित में आवेदन देकर यह सुनिश्चित करें कि आपका खाता DBT (Aadhaar Seeding) के लिए सक्षम कर दिया गया है।
विशेषज्ञों की सलाह: भुगतान की तारीख से पहले एक बार अपने बैंक से संपर्क करके आधार सीडिंग की स्थिति की जाँच अवश्य करें।
लाड़ली बहना योजना का सामाजिक और आर्थिक प्रभाव
यह योजना सिर्फ वित्तीय सहायता नहीं है; यह एक सामाजिक क्रांति है। विभिन्न सर्वेक्षणों और अध्ययनों से इस योजना के गहरे प्रभाव सामने आए हैं:
आर्थिक संबल और निर्भरता में कमी
- छोटे खर्चों पर नियंत्रण: ₹1250 की राशि महिलाओं को घर के छोटे-मोटे खर्चों (जैसे बच्चों की शिक्षा सामग्री, पोषण या व्यक्तिगत जरूरतों) के लिए पति या परिवार के अन्य सदस्यों पर निर्भर रहने की मजबूरी से मुक्ति दिलाती है।
- पोषाहार में सुधार: कई परिवारों में, इस पैसे का उपयोग बच्चों और घर की महिलाओं के पोषाहार स्तर को सुधारने में किया जा रहा है।
- बचत की आदत: कुछ महिलाएं इस राशि को धीरे-धीरे जमा करके छोटी बचत योजनाओं (Small Savings Schemes) में निवेश करने की आदत विकसित कर रही हैं।
सामाजिक सम्मान और निर्णय लेने की शक्ति
- परिवार में सम्मान: जिन महिलाओं के पास अपनी कमाई होती है, उनका सम्मान परिवार के भीतर बढ़ता है। ₹1250 उनके पास “अपनी पूंजी” होती है।
- निर्णय लेने की भागीदारी: कई महिलाओं ने अब घर के छोटे-मोटे वित्तीय निर्णय लेने में सक्रिय भागीदारी शुरू कर दी है, जिससे उनके आत्मविश्वास में वृद्धि हुई है।
Ladki Bahin Yojana Eligibility: कौन हैं इस योजना की पात्र लाभार्थी?
योजना का लाभ केवल मध्य प्रदेश की महिलाएं ही उठा सकती हैं, जिनके लिए निम्नलिखित मुख्य पात्रता मानदंड निर्धारित किए गए हैं:
- आयु: आवेदन के वर्ष में 1 जनवरी को महिला की आयु 21 वर्ष से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए।
- निवास: महिला को मध्य प्रदेश का मूल निवासी होना अनिवार्य है।
- आय सीमा: महिला के परिवार की वार्षिक आय ₹2.5 लाख से अधिक नहीं होनी चाहिए (आय प्रमाण पत्र आवश्यक)।
- भूमि सीमा: परिवार के पास 5 एकड़ से अधिक सिंचित कृषि भूमि नहीं होनी चाहिए।
- सरकारी सेवा प्रतिबंध: परिवार का कोई भी सदस्य केंद्र/राज्य सरकार की सेवा में (नियमित/स्थायी) नहीं होना चाहिए।
Ladki Bahin Yojana New Registration: तीसरा चरण कब शुरू होगा?
योजना की भारी सफलता के बाद, बड़ी संख्या में महिलाएं लाड़ली बहना योजना New Registration के तीसरे चरण का इंतजार कर रही हैं। यह चरण मुख्य रूप से दो समूहों पर केंद्रित होगा:
- नव-पात्र युवतियाँ: जिन्होंने पहले चरण के बाद 21 वर्ष की आयु पूरी कर ली है।
- छूटी हुई पात्र महिलाएं: जो पहले दो चरणों में किसी कारणवश आवेदन नहीं कर पाई थीं।
सरकार द्वारा जल्द ही तीसरे चरण की घोषणा की उम्मीद है। इच्छुक महिलाओं को सलाह दी जाती है कि वे अपने सभी दस्तावेज (समग्र आई.डी., आधार, बैंक पासबुक) पूरी तरह से तैयार रखें।
शिकायत निवारण और सहायता केंद्र
यदि आपको 18वीं किस्त प्राप्त नहीं हुई है या आपके आवेदन में कोई समस्या है, तो आप तुरंत इन माध्यमों से सहायता प्राप्त कर सकते हैं:
- टोल-फ्री हेल्पलाइन नंबर: योजना से संबंधित किसी भी शिकायत या जानकारी के लिए आप 181 (मुख्यमंत्री हेल्पलाइन) पर कॉल कर सकते हैं।
- स्थानीय संपर्क: अपने क्षेत्र के ग्राम पंचायत, वार्ड कार्यालय, या जनपद पंचायत कार्यालय में जाकर अधिकारियों से व्यक्तिगत रूप से संपर्क करें।
निष्कर्ष:
लाड़ली बहना योजना मध्य प्रदेश में महिला केंद्रित योजनाओं का एक मील का पत्थर है। ₹1250 की 18वीं किस्त का समय पर भुगतान, करोड़ों महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगा और उन्हें स्वावलंबी बनने की दिशा में एक और कदम आगे बढ़ाएगा।